बाल कविता

*सूरज दादा कहाँ गए तुम*

सूरज  दादा  कहाँ   गए  तुम,

काह ईद  का  चाँद  भए तुम।

 

घना   अँधेरा,  काला – काला,

दिन निकला पर नहीं उजाला।

 

कोहरे   ने   कोहराम  मचाया,

पारा  गिर  कर  नीचे  आया।

 

काले  बादल   जिया   डराते,

हॉरर-शो  सा  दृश्य  दिखाते।

 

बर्षा  रानी   आँख   दिखाती,

झम झम झम पानी बरसाती।

 

काले – काले    बादल   आते,

उमढ़-घुमड़  कर शोर मचाते।

 

नन्हीं – नन्हीं  बूँद  कभी  तो,

कभी ज़ोर  की  बारिश लाते।

 

सर्द  हवाऐं,  शीत  लहर  है,

बे-मौसम  बरसात, कहर  है।

 

टच मी नॉट कहे  अब  पानी,

बाहर ना जा कहती है नानी।

 

कट – कट दाँत  बजाते बाजा,

मौसम  अपना  बैण्ड बजाता।

 

सड़क,  गली,  कूँचे,  चौबारे,

सब   सूने  हैं   ठंड  के  मारे।

 

फुट – पाथी,   बेघर,  बेचारे,

इन सबके  तो  तुम्हीं  सहारे।

 

अब तो सुन लो, सूरज दादा,

कल  आने  का  दे दो  वादा।

…आनन्द विश्वास

आनन्द विश्वास

जन्म की तारीख- 01/07/1949 जन्म एवं शिक्षा- शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) अध्यापन- अहमदाबाद (गुजरात) और अब- स्वतंत्र लेखन (नई दिल्ली) भाषाज्ञान- हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती। प्रकाशित कृतियाँ- 1. *देवम* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 2. *मिटने वाली रात नहीं* (कविता संकलन) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 3. *पर-कटी पाखी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2014) डायमंड बुक्स दिल्ली। 4. *बहादुर बेटी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2015) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-उपन्यास पठनीय। 5. *मेरे पापा सबसे अच्छे* (बाल-कविताएँ) (वर्ष-2016) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-कविताएँ पठनीय। प्रबंधन- फेसबुक पर बाल साहित्य के बृहत् समूह *बाल-जगत* एवं *बाल-साहित्य* समूह का संचालन। ब्लागस्- 1. anandvishvas.blogspot.com 2. anandvishwas.blogspot.com संपर्क का पता : सी/85 ईस्ट एण्ड एपार्टमेन्ट्स, न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास, मयूर विहार फेज़-1 नई दिल्ली-110096 मोबाइल नम्बर- 9898529244, 7042859040 ई-मेलः [email protected]