भजन/भावगीत

लोक गीत

चलौ सखी लागल अगहनवा,मगन मन झूमत किसनवा।झूमत किसनवा हो झूमत किसनवा,चलौ सखी लागल अगहनवा मगन मन झूमत किसनवा।।
हरी अरहरिया कै देखबै बहरिया,बैठि बैठि पिया के सदनवा।मगन मन झूमत किसनवा।
झूमत किसनवा हो झूमत किसनवा।चलौ सखी लागल अगहनवा मगन मन झूमत किसनवा।।
देहरी बखारी भरी भरा खरिहनवा,अनधन से भरिगा भवनवा।मगन मन झूमत किसनवा।
चलौ सखी लागल अगहनवा।मगन मन झूमत किसनवा।।
छोटा परिवार मोर,हरी खेती बरिया,खुशियन से भरिगा भवनवा।।
मगन मन झूमत किसनवा।चलौ सखी लागल अगहनवा।मगन मन झूमत किसनवा।
दूध पूत पूरिला है अपनो दुवरिया सगुन सजावें ला सजनवा।
मगन मन झूमत किसनवा।झूमत किसनवा हो झूमत किसनवा।।
चलौ सखी लागल अगहनवा मगन मन झूमत किसनवा।।
(2)
कटिहैं धान तौ लउबै धनिया तोहै झुलनिया,
गहनवा गढ़वैबै सजनी।।
ख्यातन अपने भरा लबालब म्याढ़न लै लै पनिया’,
लहर लहर लहराय खेत मा धनवा मोरि सजनिया।
लटकै अंगूरन जस बाली वारी धनिया।।
ह्वैहै धान तैयार जबै हम लै मण्डी का जैबै,
नोटन की गड्डी लै गोरिया हम घर वापस ऐबै।
सारी लउब बनारस वाली संग लटकनिया।।
नागपूर से हम मंगवैबै धनिया तोरि नथुनिया,
जय पुर से चोली मंगवैबै केरल केरि कंगनिया।
लाइब कानपूर से गोरी कै करधनिया।।
जाय आगरा लाउब घांघरा हम तुम का पहिरैबै,
चूड़ी लाय फिरोजाबादी झांसी से झुमका लैबै।
तोहिका साजि संवार घुमौबै शहरउवा।।

डॉ. जय प्रकाश शुक्ल

एम ए (हिन्दी) शिक्षा विशारद आयुर्वेद रत्न यू एल सी जन्मतिथि 06 /10/1969 अध्यक्ष:- हवज्ञाम जनकल्याण संस्थान उत्तर प्रदेश भारत "रोजगार सृजन प्रशिक्षण" वेरोजगारी उन्मूलन सदस्यता अभियान सेमरहा,पोस्ट उधौली ,बाराबंकी उप्र पिन 225412 mob.no.9984540372