तनहाई तनहाई
अक्सर रातों को
मेरी तन्हाइयों में
धीरे से चुपके से
तुम आते हो
मुस्कुराते हो
और यह कहकर
चले जाते हो कि
फिर आऊंगा
रातों को
तुम्हारी तन्हाइयों
में धीरे से
चुपके से…
— मोनिका अग्रवाल
अक्सर रातों को
मेरी तन्हाइयों में
धीरे से चुपके से
तुम आते हो
मुस्कुराते हो
और यह कहकर
चले जाते हो कि
फिर आऊंगा
रातों को
तुम्हारी तन्हाइयों
में धीरे से
चुपके से…
— मोनिका अग्रवाल