गीत/नवगीत

बुरा न मानो होली है

( रचना में समाविष्ट मान्यवरों से क्षमायाचना सहित पेश है होली के कुछ रंग )

जोगीरा सा रा रा रा रा ! जोगीरा सा रा रा रा !

टीपू पप्पू दोनों मिल कर खेल रहे हैं होली
पिचकारी के रंग भी फेंकू को लगती है गोली
बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा   ।।

टीपू जी की ठाट चल गयी और पप्पू की खाट
धोबी का कुत्ता ज्यूँ देखो घर का रहा न घाट
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

कमल कुचलकर तोड़ कर झाड़ू सबको देकर थाप
मुस्काएं सिद्धू अमरिंदर हम हैं सबके बाप
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

गर्मी में सर्दी हो जाती मफलर बांधें राजा
गए जंग अब जंग नहीं है खुब बजावें बाजा
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

पप्पू पी एम् नाही बनोगे ‘ अब तो छोडो आस
हर क्लास तुम फेल हुए हो कब होओगे पास
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

मोदी जी राजा बन बैठे ‘ सिर पर नाहीं ताज
खाते में रुपये कब आवेंगे ये बोलो आज
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

देशभक्ति और देशद्रोह का खूब मचा है शोर
काम नहीं होता कुछ लेकिन खूब लगायें जोर
बोलो सा रा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा रा   ।।

सभी देशवासियों पाठकों रचनाकारों व हित चिंतकों को होली की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं ।।।।।।।

*राजकुमार कांदु

मुंबई के नजदीक मेरी रिहाइश । लेखन मेरे अंतर्मन की फरमाइश ।