नौकरी या व्यवसाय
वर्तमान समय में पढ़े लिखे और युवा व्यक्तियों के लिए भी रोजगार एक समस्या बन गई है, तो इस घोर बेरोजगारी के समय में पहला तो बहुत से व्यक्तियों के सामने आजीविका चलाना ही एक समस्या बनी है पर कुछ नौकरी या व्यवसाय की उलझन में हैं । जैसा कि हर एक चीज के मुख्यतः दो पहलू होते हैं जो मैं आपको बताऊँगा …
नौकरी या व्यवसाय
1. कमाई – देखिए यदि आपकी नौकरी करते हैं तो आपकी कमाई सीमित हो जाती है कि एक महीने या जो भी टाइम लिमिट है उसमें आप उतना ही कमाएँगे जितनी आपकी सैलरी है, लेकिन यदि आप व्यवसायी हैं तो कमाई की कोई सीमा नहीं है, लेकिन यदि आप व्यवसायी हैं तो ये भी निश्चित नहीं है कि आप उतना ही कमा पाएँगे जितना प्रत्येक समय….
और नौकरी में आप अधिक मेहनत करके एकतरफा कमाई नहीं कर सकते हैं पर व्यवसाय, स्व व्यापार में आप अधिक मेहनत करते हैं तो आप अधिकतम अवसर निर्मित कर सकते हैं अधिक कमाई करने के ।
2.अधिकारिता – देखिए यदि आप नौकरी करते हैं तो आप किसी न किसी के अधीन रहेंगे लाइक बोस के और यदि आप बोस हैं तो आपकी अधीनता और भी बढ़ जाती है लेकिन नौकरी में ऐसा भी है कि यदि आप किसी के अधीन काम कर रहे हैं तो कोई आपके अधीन भी काम करेगा (ऐसा अधिकतम होता है ) क्योंकि किसी भी कंपनी में या अन्य स्थान पर प्रत्येक स्तर पर कार्य बटा होता है , या ऐसा भी हो जाता है कि आप केवल नाममात्र अधीन होते हैं बांकी आप स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकते हैं लेकिन व्यवसाय में आप स्वयं कर्ता – धर्ता होते हैं तो अधीनता का सवाल नहीं उठता फिर व्यवसाय में भी अधीनता हो सकती है ।
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