“मुक्तक”
शब्द – साजन ,सजन,सजना ,बालम ,बलमा ,बलम आदि
मापनी -१२२ ,१२२,१२२,१२२
सजन हैं हमारा नयन दिल दुलारा
बलम के हृदयतल चमन चित हमारा
करूँ नित्य पूजा की थाली लिए मैं
सजाकर निभाकर लजाकर दिदारा॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
शब्द – साजन ,सजन,सजना ,बालम ,बलमा ,बलम आदि
मापनी -१२२ ,१२२,१२२,१२२
सजन हैं हमारा नयन दिल दुलारा
बलम के हृदयतल चमन चित हमारा
करूँ नित्य पूजा की थाली लिए मैं
सजाकर निभाकर लजाकर दिदारा॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी