कविता
कविता मात्र एक रचना नहीं
एक अक्स होता है किसी दिल का
मेल होता है भावों का
उमड़कर बादलों की तरह आते हैं जो
बरसते हैं फिर स्याही के रूप में
लेते हैं आकार अक्षरों की बूंद बनकर
खत्म चाहे हो जाए यह कविता रूपी मेघा
छोड़ जाती है पर इक प्रभाव
जो छू ले कौना किसी और के दिल का
यही होती है एक कविता!!!!
— डाॅ सोनिया गुप्ता