पर्यावरण संरक्षण (गीत)
पर्यावरण संरक्षण (गीत)
——————————————-
हरी भरी अपनी वसुधा को आज बनायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
..
संतुलन है बहुत जरूरी, बीच नीयती के
छेडछाड अब नहीं करो, तुम साथ प्रकृति के
अपनी धरती को हम फिर से स्वर्ग बनायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
…
जल के बिन जीवन होगा,हम सोच नहीं पायें
फिर बोलो किसलिए भला,हम जंगल कटवाएं
बिन जंगल बादल भी कैसे जल बरसाएंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
..
इतना बढ़ा प्रदूषण भूमि, हो गई है बंजर
कहीं है सूखा, बाढ़ कहीं पर, कैसा है मंजर
मार ये कुदरत की बोलो, कैसे सह पायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
..
दूषित नदियाँ दूषित वायु, स्वच्छ नहीं पानी
देख – देख बढती बीमारी, होती हैरानी
कूड़ा करकट कभी नदी में नहीं बहायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
..
पेड़ों से मिलता ऑक्सीजन, नष्ट नही करना
वक्त के रहते चेतो वरना, कष्ट यहाँ भरना
पेड़ों से ही जीवन है सबको समझायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
..
ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से, जूझ रही धरती
परमाणु का झेल परीक्षण, घुट घुट कर मरती
करलो ये संकल्प प्रदूषण नहीं बढ़ायेंगे
आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे
रमा प्रवीर वर्मा