कविता

गरमागरम थपेड़े लू के

गरमागरम  थपेड़े  लू  के, पारा  सौ  के  पार हुआ है,

इतनी गरमी कभी न देखी, ऐसा पहली बार हुआ है।

नींबू – पानी, ठंडा – बंडा,

ठंडी बोतल डरी – डरी है।

चारों  ओर  बबंडर  उठते,

आँधी चलती धूल भरी है।

नहीं  भाड़ में  सीरा भैया, भट्ठी-सा  संसार  हुआ  है,

गरमागरम  थपेड़े  लू  के, पारा  सौ के  पार हुआ है।

आते – जाते   आतंकी   से,

सब अपना मुँह ढ़ाँप रहे हैं।

बिजली आती-जाती रहती,

एसी, कूलर  काँप  रहे  हैं।

शिमला नैनीताल चलें अब,मन में यही विचार हुआ है,

गरमागरम  थपेड़े  लू  के, पारा  सौ के  पार हुआ है।

अभी सुना  भू-कम्प  हुआ है,

और सुनामी सागर तल पर।

दूर-दूर  तक  दिखे  न राहत,

आफत  की  आहट है भू पर।

बन्द द्वार कर घर में बैठो, जीना ही  दुश्वार  हुआ है,

गरमागरम  थपेड़े  लू  के, पारा  सौ के  पार हुआ है।

बादल  फटा,  बहे  घर  द्वारे,

नगर-नगर  में   पानी-पानी।

सृष्टि-सन्तुलन  अस्त व्यस्त है,

ये सब  कुछ  अपनी नादानी।

मानव-मन पागल है कितना,समझाना बेकार हुआ है,

गरमागरम  थपेड़े  लू  के, पारा  सौ के  पार हुआ  है।

…आनन्द विश्वास

आनन्द विश्वास

जन्म की तारीख- 01/07/1949 जन्म एवं शिक्षा- शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) अध्यापन- अहमदाबाद (गुजरात) और अब- स्वतंत्र लेखन (नई दिल्ली) भाषाज्ञान- हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती। प्रकाशित कृतियाँ- 1. *देवम* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 2. *मिटने वाली रात नहीं* (कविता संकलन) (वर्ष-2012) डायमंड बुक्स दिल्ली। 3. *पर-कटी पाखी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2014) डायमंड बुक्स दिल्ली। 4. *बहादुर बेटी* (बाल-उपन्यास) (वर्ष-2015) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-उपन्यास पठनीय। 5. *मेरे पापा सबसे अच्छे* (बाल-कविताएँ) (वर्ष-2016) उत्कर्ष प्रकाशन मेरठ। PRATILIPI.COM पर सम्पूर्ण बाल-कविताएँ पठनीय। प्रबंधन- फेसबुक पर बाल साहित्य के बृहत् समूह *बाल-जगत* एवं *बाल-साहित्य* समूह का संचालन। ब्लागस्- 1. anandvishvas.blogspot.com 2. anandvishwas.blogspot.com संपर्क का पता : सी/85 ईस्ट एण्ड एपार्टमेन्ट्स, न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास, मयूर विहार फेज़-1 नई दिल्ली-110096 मोबाइल नम्बर- 9898529244, 7042859040 ई-मेलः [email protected]