सामाजिक

उच्च शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात स्त्रियों को नौकरी करना चाहिए या नहीं?

उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद लड़कियों का नौकरी करना जरूरी है और लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर नौकरी करनी चाहिए क्योंकि इससे वे स्वावलंबी बनेंगी, आत्मनिर्भर बनेंगी और उन्हें उनके कार्यक्षेत्र पर उन्हें अपने कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर भी प्राप्त होगा, उन्हें वहाँ अपने विचारों को प्रस्तुत करने का और अन्य व्यक्तियों के दृष्टिकोण को समझने का अवसर मिलेगा । यदि लड़कियाँ नौकरी करती हैं तो अपने अधिकारों के लिए जागरूक होंगी और अपने व अन्य स्त्रियों के अधिकारों की रक्षा कर सकेंगी और यदि वे नौकरी करती हैं तो ये उन व्यक्तियों पर तमाचा होगा जो रूढ़िवादी मान्यताओं के कारण स्त्रियों को अबला, और पुरूषों के समक्ष तुच्छ समझते हैं ।
लड़कियों का नौकरी करना उनकी स्वतंत्रता, और पुरुषों से समानता को दर्शाएगा । भारतवर्ष में नारी शक्ति, मातृ शक्ति का अत्यधिक महत्व है , कितनी ही वीरांगनाओं ने पुरूषों से बढ़कर कार्य किए हैं, रानी लक्ष्मीबाई के समक्ष कितने ही फिरंगियों ने दाँतों तले उंगली दबा ली और घुटने टेक दिए; तो इतिहास गवाह है जब- जब नारी शक्ति ने नेतृत्व किया है और कार्यक्षेत्र या रणक्षेत्र पर अपना कौशल दिखाया तो अखिल विश्व को अचंभित कर दिया । कल्पना चावला जो कि प्रथम भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री थीं, किरण बेदी जो कि भारत में प्रथम महिला आई.पी.एस. थीं, प्रतिभा पाटिल जो कि भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति थीं और श्रीमती इंदिरा गांधी जो कि भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं आदि ऐसी अनेकानेक महिलाएँ हैं जिन्होंने अपने कार्य के प्रति समर्पित होकर, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर, उच्च पदों को प्राप्त कर , ईमानदारी व लगन से अपने कर्तव्य का निर्वाह किया है । तो हम निश्चित रूप से यह कह सकते हैं कि यदि लड़कियाँ उच्च शिक्षा प्राप्त कर नौकरी करतीं हैं तो ये देश और समाज के लिए गौरव की बात होगी और इससे देश की परिस्थितियाँ सुदृढ़ होंगी व अर्थव्यवस्था भी उन्नत होगी ।
लड़कियों के नौकरी करने के उपरांत उनका घरेलू कार्य भी प्रभावित नहीं होगा क्योंकि विनम्रता, लज्जालुता उनके स्वाभाविक गुण हैं; वे त्याग की मूर्ति होती हैं इन्हीं गुणों के कारण वे ऐसा तालमेल बैठा सकती हैं कि उनके नौकरी करने से ना तो घरेलू कार्य प्रभावित हों ना ही कार्यक्षेत्र के कार्य । मेरे इन विचारों के आधार पर मैं इस बात का समर्थन करता हूँ कि लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर नौकरी करना चाहिए और सभ्य समाज को भी उनका सहयोग और समर्थन करना चाहिए ।

नवीन कुमार जैन

नवीन कुमार जैन

नाम - नवीन कुमार जैन पिता का नाम - श्री मान् नरेन्द्र कुमार जैन माता का नाम - श्री मती ममता जैन स्थायी पता - ओम नगर काॅलोनी, वार्ड नं.-10,बड़ामलहरा, जिला- छतरपुर, म.प्र. पिन कोड - 471311 फोन नं - 8959534663 वाट्सऐप नं.- 9009867151 ई मेल - [email protected] शिक्षा- कक्षा 12 वीं (अध्ययनरत) जन्म तिथि- 27/01/2002 प्रकाशन विवरण - स्वरचित पुस्तक - मेरे विचार सम्मान का विवरण- द्रोण प्रांतीय नव युवक संघ द्रोणगिरि प्रतिभा सम्मान चेतना सम्मान मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार श्रमणोदय जैन अवार्ड 2016 जैन युवा प्रतिभा सम्मान, यंग जैना अवार्ड 2016 प्रतिभा सम्मान और धार्मिक शैक्षणिक शिविर सम्मान एवं अन्य सम्मान प्राप्त हैं संस्थाओं से सम्बद्धता - सदस्य साहित्य संगम संस्थान व अन्य स्थानीय, इंटरनेट की ई साहित्य संस्थाओं से संपर्क । काव्य मंच , मंच पर काव्य पाठ - लगभग 12 वर्ष की उम्र से ही फिल्मी गानों की तर्ज पर भजन रचे जिनकी विभिन्न धार्मिक मंचों पर प्रस्तुति दी । विभिन्न धार्मिक व सामाजिक और विद्यालयीन मंचों पर काव्य पाठ किया है । अन्य विवरण - स्थानीय पत्र - पत्रिकाओं में, ई - पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन होता रहता है । लगभग 3 वर्ष का साहित्यिक अनुभव है वर्तमान में पढ़ाई के साथ - साथ साहित्य सेवा में संलग्न हूँ ।