गीत/नवगीत

गीत : प्रणय की ये वेदना किसको बताऊँ

प्रणय की ये वेदना किसको बताऊँ
मौन संवेदना कैसे दिखाऊँ
तुम्ही तुम हो निगाहो में मेरे बस
हाल दिल का तुम्हे कैसे सुनाऊँ

है मेरा दिल एक मंदिर
देवता जिसके तुम्ही हो
हूँ मैं बिन पतवार नौका
खेवता जिसके तुम्ही हो
मैं भिखारिन तेरे दर की और पुजारिन भी तेरी
फिर कहो कैसे तुम्हे मैं धड़कने दिल की सुनाऊँ

आज तुमको है समर्पित
मेरी कलम ,मेरी रचनाये
पत्थरो के देश में ज्यों
आंसुओ की याचनाये
फिर भी चुराना चाहती हूँ तुमको तुम्ही से मेरे प्रियवर
चाहती तेरा चूमूँ चौखट ,कदमो मे तेरे सिर झुकाऊँ

क्या दिखाई देती है
तुमको तडप मेरी वन्दगी
राधा सा है एक समर्पण
मीरा सी दिवानगी
या दिल तुम्हारा हुआ पत्थर जो पिघलता ही नही
रुठे -रुठे ओ पिया बोलो तुम्हे कैसे मनाऊं

सफलता सरोज

सफलता सरोज

सफलता सरोज मां- जगदेई बाजपेयी/श्रीमती सरोज पिता- श्री मन्ना लाल शिक्षा- एम.ए. बीएड, एमएड, पीएचडी प्रकाशन- आज, अमरउजाला, पंजाब केशरी, कादम्बरी, वागर्थ, वीणा, लमही, परिंदे, इंडियन ग्लैक्सी, कोमा, नवनिकष, हैलो कानपुर, स्वतंत्र भारत, अक्षरा, बयान, सरस्वती सुमन, अभिव्यक्ति आदि पत्र-पत्रिकाओं में लेख कहानियों, कवितायें, साक्षात्कार का सतत प्रकाश्न संपादन- हमारे सपनों की उड़ान, नग्न मंच है नग्न नृत्य है, नवनिकष का नीरज विशेषांक, बयान का शिक्षा विशेषांक पुरस्कार- राष्ट्रभाषी, राष्ट्रगौरव, पत्रकारश्री की उपाधि पता- चैबेपुर, कानपुर नगर 201203 ईमेल - [email protected]