शिशुगीत
- फूल
फूल खड़े रहते मुस्काते
दे रस मीठा मधु बनवाते
फ्रेंड इन्हीं की तितलीरानी
रोज सुनाती नयी कहानी
खुशबू-खुशबू हरदिन खेलें
इक-दूजे को पकड़ें-ठेलें
आँधी आती तो डर जाते
पत्तों में जाकर छिप जाते
2. रूठी बिटिया
रूठी बिटिया, चलों मनाएँ
उसके मन की चीजें लाएँ
गाएँ मीठे-मीठे गाने
चिड़िया आयी दाने खाने
चूहा दौड़ा, बिल्ली भागी
हल्ला सुनकर दादी जागी
उसने ऐसी कही कहानी
लगी झूमने बिटिया रानी