कविता

एक शाम उनके नाम

“एक शाम-उनके नाम”

चलो आज हम एक नया काम करते हैं,
ये दिन भूखे-गरीबों के नाम करते हैं।
कुछ रोटियां और कुछ कपड़े जुटाते हैं,
चलो आज उनकी हसीं ये शाम करते हैं।

उद्योगों के सृजन का भूमिका निभाते हैं,
श्रमिक निज लगन से उसको सफल बनाते हैं।
आओ उनकी मेहनत को सलाम करते हैं,
चलो आज उनकी हसीं ये शाम करते हैं।

श्रमिक अपने मेहनत की कमाई खाते हैं,
फिर भी क्यों हेय दृष्टि से देखे जाते हैं?
आओ आज हम उनका सम्मान करते हैं,
चलो आज उनकी हसीं ये शाम करते हैं।

श्रमिक नव सर्जन व विकास का कर्णधार है,
मान-मर्यादा का उसको भी अधिकार है,
आओ हम अमर ऐसा पैगाम करते हैं,
चलो आज उनकी हसीं ये शाम करते हैं।

अनुराग कुमार

नाम- अनुराग कुमार (नवोदित कवि) सदस्य- भारतीय साहित्य उत्थान समिति विधा- श्रृंगार, ओज आदि। पद- राजस्व लेखपाल शिक्षा- बी०एस-सी० (गणित) जमतिथि-19/09/1994 पिता का नाम- श्री रामदास साहित्यिक उपलब्धि- कई समाचार पत्रों व साहित्यिक पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित। संगम नवांकुर सम्मान, युवा साहित्य सम्मान, मानव जागरूकता सम्मान, मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान। पता- ग्राम-सिसवा, पोस्ट-खुटहा बाजार, जिला- महाराजगंज पिन- 273303 उत्तर प्रदेश मो०न०-8004292135 Email: [email protected]