हरिगीतिका छंद
विश्व रक्तदान दिवस पर
है जिंदगी अनमोल कितनी लोग सब यह जानते।
जीना जरूरी है सभी का एक स्वर से मानते।
इस जिंदगी को इस जगत में तू मधुर वरदान कर।
जीवन किसी का बच रहा तू रक्त नियमित दान कर॥
पीयूष कुमार द्विवेदी ‘पूतू’
विश्व रक्तदान दिवस पर
है जिंदगी अनमोल कितनी लोग सब यह जानते।
जीना जरूरी है सभी का एक स्वर से मानते।
इस जिंदगी को इस जगत में तू मधुर वरदान कर।
जीवन किसी का बच रहा तू रक्त नियमित दान कर॥
पीयूष कुमार द्विवेदी ‘पूतू’