कभी सुनहरा कल आयेगा
- कभी सुनहरा कल आयेगा ।
चलता जा राही ,निशि वासर ।
अँधियारे ,निर्जन राहो पर ।
हिम्मत रख खुद पर यकीन पर ,
कोई पथ उज्ज्वल आयेगा ।
कभी……….
वक्त बुरा है,सभी हँसेगें ।
हार पे तेरी तंज कसेगें ।
जीतेगा! ,संघर्ष किये जा ,
ऐसा कोई पल आयेगा ।
कभी…….
मधुप मौन रह केवल तब तक।
यह नीरस पतझड़ है जब तक ।
तुम कलियों को गीत सुनाना ,
जब ऋतुराज नवल आयेगा ।
कभी………….
कभी न श्रम से पीछे हटना ।
हर मुश्किल के आगे डटना ।
जितना कठिन परिश्रम होगा,
उतना मीठा फल आयेगा ।
कभी ………………….
© डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी