राष्ट्रभाषा हिंदी
राष्ट्रभाषा हिंदी
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हिंदी गौरव, हिंदी है मेरी पहचान |
हिंदी पर तन-मन-धन सब अर्पण ||
देवनागरी लिपि सहज-सरल-निर्मल |
क्षेत्रवाद का हिंदी ही है एकमात्र हल ||
भारत माता के माथे की बिंदी हिंदी |
जन-जन की सद् सोच-समझ है हिंदी ||
लिखना-पढ़ना मातृभाषा में गौरव की बात |
हिंदी है देवसंस्कृत की अनमोल सौगात ||
हिंदी हर भाषा को स्नेह से गले लगाये |
तभी तो राष्ट्रभाषा हिंदी कहलाये ||
आओ साथी मिलकर इसकी लाज बचायें |
मातृभाषा हिंदी का खौया सम्मान लौटायें ||
– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
गॉव रिहावली, डाक तारौली,
फतेहाबाद-आगरा 283111