मुक्तक/दोहा

“मुक्तक”

मापनी- 2221 2212 2…..

रहती है खुशी किस गली में

खिलते हैं पुष्प भी कली में

कोई तो बताए वो खिली क्या

चहकी क्या हँसके भल भली में॥-1

कहते हैं अभी वो नदां  है

फूलों में दिखी जो जुदा है

आमोदी लगी सुख भरी सी

जिन मन में दया वो खुदा हैं॥-2

महातम मिश्र ‘गौतम’ गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ