आगे बढ़ते जाएंगे
कांटों भरा हो पथ चाहे
हम तनिक नहीं घबराएँगे
लाँघ मार्ग की बाधाएँ
विजय का ध्वज लहराएँगे
चलते रहेंगे, बढ़ते रहेंगे,
आत्मविश्वास न डिगाएँगे
हम वीर,धीर,गंभीर बनेंगे
विजयी गान ही गाएँगे
पथ की स्वर्णमयी शिलाओं पर
हम न समय बिताएँगे
नदीं के शीतल जल पर ही
न हम आश्रित हो जाएँगे
आश्चर्यचकित हो निहार
प्रकृति मन न उसमें ही रमाएँगे
कांटों भरा हो पथ चाहे
हम तनिक नहीं घबराएँगे
लाँघ मार्ग की बाधाएँ
विजय का ध्वज लहराएँगे
– नवीन कुमार जैन