मुक्तक/दोहा

आओ साथी

आओ साथी
००००००००
आओ साथी एक दीप जला दें ,
ये घनघोर अंधेरा ,कुछ तो मिटा दें l
मानव हैं हम,मानवता की खातिर-
मिलकर लंकेशों की लंका जला दें ll
× × × × × ×
भगवान राम के पगचिन्हों पर चलकर,
दया ,धर्म और मित्रभाव को लेकर l
सब जन संसार की तसवीर बदल दें –
मर्यादा के पावन पथ पर चलकर ll

___मुकेश कुमार “ऋषिवर्मा”
ग्राम रिहावली,फतेहाबाद,
आगरा, उत्तर प्रदेश
चल.९६२७९१२५३५

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111