स्वच्छ भारत
सभा को संबोधित करते हुए नेताजी ने कहा – हमें न्यू इंडिया बनना। स्वच्छ भारत निर्माण हमारा ध्येय है। किसी भी प्रकार की गंदगी हम नहीं फैलने देंगे। कूडा-करकट का नामोनिशान नहीं रहने देंगे। भारत को सुंदर बनाने के लिए हम जान तक दे देंगे। नेताजी की बात सुनकर मंत्रमुग्ध हुई जनता ने तालियों का पहाड़ खड़ा कर लिया। संबोधन समाप्त होते ही नेताजी मंच के कोने में मुंह में भरे मसाले को थूंकते हुए चल दिये और नेताजी द्वारा बांटे गये नाश्ते के पैकेट में से नाश्ते को भूख लगी दीमक की तरह साफ कर खाली पैकेट को जनता इधर-उधर फेंककर चलती बनी। मंच के नेपथ्य में खड़ी गांधी की मूर्ति अब मुस्कुरा रही थी।