कविता : बता तेरे लिए क्या लिख दूँ..!!
बता तेरे लिए क्या लिख दूँ..?
बारिश की गिरती फुहार लिख दूँ,
ज़िन्दगी में ना आयी जो बहार लिख दूँ,
जो ना हुयी वो सहर लिख दूँ,
जो बेरुखीे तुमने की वो ज़हर लिख दूँ,
लफ्ज़ अब तक अधूरे है जिनके
वो बिना लफ़्ज़ों की आधी कहानी लिख दूँ,
अन्तःमन में बहती बेपनाह
दर्द की रवानी लिख दूँ,
रात काले अंधेरे में दिल को चीरते
झींगुरों की आवाज के सन्नाटे लिख दूँ,
एकटक शून्य को तकते गुज़री
जो कई उनींदी रातें लिख दूँ,
इश्क़ जिसकी हद आसमान की
तरह थी अनन्त लिख दूँ,
सर्द रातों में तुम्हारे होठों से छुए
होंठो की छुअन लिख दूँ,
जो साथ गुज़री उन ठंडी रातों में
हवा की सिहरन लिख दूँ,
तेरे उम्र भर साथ निभाने के झूठे वादें लिख दूँ,
अब तकलीफ में सिमटी तेरी यादें लिख दूँ,
बता तेरे लिए क्या लिख दूँ..!!
-राज सिंह