कविता

सताती हैं हमें हर दम,…तुम्हारे प्यार की बातें।

सताती हैं हमें हर दम,…तुम्हारे प्यार की बातें।
कभी इक़रार की बातें, कभी इनकार की बातें।
किए क्या ख़ूब तुमने इश्क़ में वादे हजारों भी।
रही बस याद हमको आपके इज़हार की बातें।

…..✒राज सिंह

राज सिंह रघुवंशी

बक्सर, बिहार से कवि-लेखक पिन-802101 [email protected]