कविता

मिड डे मील

मिड – डे – मील
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सरकार ने बडी सुंदर योजना चलाई है
‘ मिड-डे-मील ‘ नाम धराई है
इसके अंतर्गत स्कूली बच्चों को
दोपहर में सुस्वादु, विटामिन युक्त, सुपाच्य, स्वच्छ गुणवत्ता युक्त भोजन का प्रावधान है |
इस योजना का मकसद
लालच देकर अधिकाधिक बच्चों को
स्कूल में प्रवेश कराना है
बच्चों को पढ़ाना है
देश आगे बढाना है |

परन्तु दु:खद…..
सरकार की इस बालहित योजना पर
ग्रामप्रधान / नगरसेवक, स्कूल के अध्यापकगढ़ व खाना पकाने वाली….
इन सबने मिलकर
पानी फेरा है
बच्चों को मिलता है सिर्फ
सांप, छिपकली, अन्य कीडों युक्त सड़े गेंहू का घटिया नमक युक्त दलिया….!

ऊपर बैठी लालफीताशाही
अपने कमीशन को लेकर….
अपना ही नहीं सारे तंत्र का मुंह काला करती है
भ्रष्टाचार का काला खाता भरती है |

इन्होंने तो पशुओं का चारा तक न छोड़ा
बच्चों का खाना कैसे छोडेंगे
लगता है देश को पूरी तरह रसातल में
पहुंचाकर ही मानेंगे ||

– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ईमेल :- [email protected]

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111