कैट टूल्स के रहस्य
आपने कैट टूल्स के बारे में सुना होगा या शायद न सुना हो। प्रस्तुत लेख में हम आपसे इन्हीं के बारे में बात करना चाहते हैं ताकि आप देख सकें कि ये आपके लिए कितने उपयोगी हैं या उपयोगी नहीं हैं।
मशीन अनुवाद और कैट टूल्स आपको याद होगा कि एक समय में मशीन अनुवाद पर खूब चर्चा हुई थी, बहुत से शोध और परियोजनाएँ शुरू और बंद हुईं। भारत में भी सीडैक ने इस पर कुछ काम किया था लेकिन मशीन अनुवाद अपनी आंतरिक उलझनों और काम के विस्तार और अत्यल्प उपयोगिता के कारण बहुत दूर तक नहीं चल पाया और मुहावरे में कहें तो आज उसका कोई नामलेवा तक नहीं है।
जैसा कि आप जानते होंगे मशीन अनुवाद के पीछे, अनुवाद के समय मानव मस्तिष्क में चलनेवाली सारी प्रक्रिया को मशीन को दे देने का सिद्धांत था। इसका अर्थ था समूचे भाषिक तत्वों को मशीन में डाल देना जिसमें शब्दभंडार, व्याकरण, प्रयोग आदि शामिल थे। यह कोई दुरूह कल्पना नहीं थी किंतु इसका कार्यान्वयन दुरूह साबित हुआ और फिर बात यह भी है कि विवेक नामक तत्व पर विज्ञान अभी बहुत आगे नहीं जा सका है जिसकी अनुवाद कार्य (और अन्य कार्यों में भी) में बहुत अहमियत है।
इस बीच दुनिया गूगल के पीछे के ‘खोज’ सिद्धांत की उपयोगिता को समझ चुकी थी जिसके अल्गोरिद्म अथाह सामग्री से प्रासंगिक सामग्री पल भर में आपके लिए प्रस्तुत कर देते हैं। कैट टूल्स के लिए इसी सिद्धांत को अपनाया गया जिसका पूरा रूप कंप्यूटर एडेड ट्रांसलेशन (हिंदी में कुछ-कुछ कंप्यूटर साहाय्य अनुवाद) टूल्स है।इसके पीछे मूल धारणा यह है कि जो अनुवाद आप पहले कर चुके हैं उसे आपको फिर से करने की ज़रूरत नहीं है। हो सकता है कि आपकी रचनात्मकता इस बात की कुछ खास कायल न हो लेकिन यह सिद्धांत उस अनुवाद के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ जो ज्ञानपरक साहित्य से संबंधित था और इस अनुवाद की मात्रा मोटे तौर पर 85 प्रतिशत तक है।
आप सभी कार्यालयों, कंपनियों आदि के द्वारा प्रकाशित होनेवाली वार्षिक रिपोर्ट के उदाहरण से यह बात आसानी से समझ सकते हैं। हर वार्षिक रिपोर्ट में प्राय: 80 प्रतिशत सामग्री पुरानी होती है, आँकड़े भले ही बदल जाते हैं। ऐसे में अगर यह काम अनुवादक को दोहराना न पड़े तो समझिए कि उसका कितना समय बचेगा और उसमें वह और कितना उत्पादक कार्य कर सकेगा।
अनुवाद एक उद्योग
अगर आप अभी भी कैट टूल्स से कुछ खास प्रभावित नहीं हुए तो मैं आपको बताना चाहूँगा कि अनुवाद आज पूर्ण उद्योग के रूप में विकसित हो चुका है। अनेक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ इसमें काम करती हैं जिनका काम कुछ से लेकर सैकड़ों भाषाओं में फैला होता है। इसका टर्नोवर अरबों डॉलर में है और कैट टूल्स में काम करना पेशेवर अनुवादक के लिए अनिवार्य हो चुका है और हाँ, अच्छे अनुवादक अनुवाद के लिए रु. 5 प्रति शब्द या इससे ज़्यादा मानदेय माँगते हैं और लेते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस आख़िरी बात से आपमें कैट टूल्स के बारे में जानने की जिज्ञासा ज़रूर पैदा हुई होगी। आगे की पंक्तियों में हम आपको इसका कुछ परिचय देने की कोशिश करेंगे।
बाज़ार में उपलब्ध प्रमुख कैट टूल्स
बाज़ार में लगभग दर्जन भर कैट टूल्स उपलब्ध हैं जिनमें प्रमुख हैं—एस.डी.एल. ट्राडोस, मीमोक्यू, वर्ड$फास्ट, फ्युएंसी, मेम्सोर्स,आर्टिल देज़ावू, ओमेकाटी, मैटकैट, लॉजिटर्म प्रो, मेटाटेक्सिस आदि। इन कैट टूल्स की विशेषताएँ और उनकी सुविधाएँ हालाँकि अलग-अलग होती हैं लेकिन ये मुख्य रूप से एक ही सिद्धांत पर काम करते हैं।
कैट टूल्स के मुख्य घटक
कैट टूल एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जिसका मुख्य रूप से 2 घटक होते हैं। एक तो ट्रांसलेशन मेमोरी (अनुवाद मेमोरी) जिसे संक्षेप में टी.एम. कहा जाता है और दूसरा घटक है—ग्लोसरी या शब्दावली। प्रोग्राम मुख्य रूप से अनुवाद मेमोरी से मूल पाठ के लिए समकक्ष ढूँढ़कर सहायता करता है और शब्दकोश आपको शब्दों का अर्थ दिखाता चलता है। आपके कंप्यूटर के स्क्रीन पर दोनों चीज़ें अनुवाद के लिए कार्यक्षेत्र के साथ खुल जाती हैं। ज़्यादातर कैट
टूल्स में आप इन्हें अपनी मरज़ी से वांछित स्थान पर खींच सकते हैं।
अंतरिम अनुवाद दस्तावेज़
इससे पहले कि आप अनुवाद का काम शुरू करें कैट टूल आपके लिए अंतरिम अनुवाद दस्तावेज़ (इंटरिम ट्रांसलेशन डॉक्यूमेंट—संक्षेप में आई.सी.टी.) तैयार करता है जिसमें ये प्रक्रियाएँ होती हैं—
1. खंड विभाजन या सेग्मेंटेशन— इस प्रक्रिया में कैट टूल आपके अनुवाद के दस्तावे•ा के पाठ को खंडों में विभाजित कर देता है। यह आम तौर पर वाक्य समाप्ति चिह्नों यानी पूर्णविराम और प्रश्नचिह्नï, संबोधन चिह्नï, अनुच्छेद चिह्नï आदि के आधार पर किया जाता है। हालाँकि इसे कॉलन, सेमीकॉलन आदि के आधार पर भी किया जा सकता है। जब आप कैट टूल के कार्यक्षेत्र पर नज़र डालेंगे तो यह आपको एक तालिका जैसा नज़र आएगा। इस तालिका में 2 कॉलम होते हैं और कुछ पंक्तियाँ होती हैं। हर कॉलम-पंक्ति में पाठ का एक खंड रखा जाता है जो प्राय: एक वाक्य होता है। मूल पाठ के सामने के खाने में आपको अनुवाद टाइप करना होता है। कुछ कैट टूल आपको इसे बदलकर मूल पाठ ऊपर रखने और अनुवाद उसके नीचे करने की सुविधा भी देते हैं। कैट टूल आपको अपनी मरज़ी से किसी खंड को और आगे खंड (या खंडों) में विभाजित करने और एकाधिक खंड जोड़ने के विकल्प भी देता है। खंड विभाजन का एक जो सबसे बड़ा लाभ मुझे दिखाई देता है वह यह है कि अब आपके सिर पर बड़े लंबे दस्तावेज़ अनूदित करने का भार नहीं रहता बल्कि आपको बस एक बार में एक ही वाक्य का अनुवाद करना होता है। इससे अनुवाद का काम बोझिल नहीं लगता। इसके साथ ही कैट टूल के
साथ जुड़ा शब्दकोश आपको शब्दकोश में उपलब्ध, बस उस खंड के शब्दों का ही अर्थ दिखाता है, इसलिए शब्दों के अर्थ देखना भी आसान हो जाता है।
2. पूर्व अनुवाद— आई.सी.टी. में कैट टूल आपके लिए खुद ब खुद अनुवाद मेमोरी में उपलब्ध मूल पाठ से मिलान के अनुवाद ले आता है जो अनुवाद बॉक्स में रख दिए जाते हैं। ऐसा नहीं है कि कैट टूल 100 प्रतिशत मिलान ही लाता हो। इसमें आप अपनी इच्छा से मिलान का प्रतिशत 1 से 100 के बीच निर्धारित कर सकते हैं। इसे आम तौर पर 75 प्रतिशत के आसपास रखना सुविधाजनक रहता है। इसके बाद कैट टूल एक फ़ॉर्मूले के अंतर्गत उसी प्रतिशत के मिलान आपके लिए ले आएगा। यानी आपके किए 100 प्रतिशत मिलान का अनुवाद तो होगा ही (जिसमें कैट टूल संदर्भ मिलान (कॉन्टेक्स्ट मैच) की सुविधा देती है) और आपके द्वारा इससे कम निर्धारित प्रतिशत के मिलान भी लाए जाएँगे जिन्हें फ़र्ज़ी मिलान कहा जाता है। आप अपनी सुविधा से तय कर सकते हैं कि एक मिलान दिखाया जाए या ज़्यादा। ज़्यादा मिलान दिखाने की स्थिति में कैट टूल उन्हें मिलान के घटते प्रतिशत के क्रम में दिखाता है।
100 प्रतिशत या संदर्भ मिलान में तो आपको किसी सहायता की ज़रूरत नहीं होगी लेकिन अगर मिलान इससे कम है तो कैट टूल एक और ज़बरदस्त सहायता पेश करता है। आपको खुद आँखें गड़ाकर मूल और फ़र्ज़ी मिलान में अंतर करने की ज़रूरत नहीं होती।
यह काम कैट टूल आपके लिए करता है और आपको दिखाता है कि मूल पाठ और फ़र्ज़ी मिलान में कहाँ-कहाँ अंतर हैं, क्या जोड़ा गया है और क्या हटाया गया है। तो आप फ़र्ज़ी मिलान में जो जोड़ा गया है, उसे जोड़कर और जो हटाया गया है, उसे हटाकर अपना अनुवाद कम श्रम में मुकम्मल कर सकते हैं।
लेकिन सहायता का क्रम यहीं ख़त्म नहीं होता। अगर मूल पाठ और फ़र्ज़ी मिलान में संख्याओं का अंतर है तो कैट टूल अनुवाद में इसे अद्यतित करने का काम खुद ब खुद कर देता है यानी अगर सुझाव में 1975 लिखा है और मूल पाठ में यह बदलकर 2016 हो गया है तो इसे आपको बदलने की ज़रूरत नहीं होगी, कैट टूल आपके लिए यह कर देगा। कैट टूल अनुवाद मेमोरी से केवल एक ही सुझाव नहीं देता बल्कि आपकी इच्छा के आधार पर 10 या ज़्यादा सुझाव भी दे सकता है और इस तरह आप एक से अधिक सुझावों से अपने अनुवाद में मदद ले सकते हैं। ऐसा हो सकता है कि 75 प्रतिशत के सुझावों में जो बात पहले सुझाव में छूट गई हो और वह दूसरे में उपलब्ध हो आप दोनों को मिलाकर अपना अनुवाद पूरा कर सकते हैं।
3. अनुवाद रचना— अगर आपकी अनुवाद मेमोरी में मूल पाठ के लिए कोई मिलान उपलब्ध नहीं है तो कैट टूल आपको अनुवाद रचना की सुविधा देता है। इसमें यह शब्दावली से संबंधित शब्दों के अर्थ ढूँढ़कर आपके लिए ले आता है और आप उन शब्दों को व्याकरण में पिरोकर अपना अनुवाद पूरा कर सकते हैं। इससे आपका शब्दों के अर्थ ढूँढऩे और उन्हें टाइप करने का श्रम बच जाता है।
कॉनकॉर्ड खोज
ऐसा भी तो हो सकता है कि कैट टूल की खोज की अल्गोरिद्म ठीक से न समझ पा रही हो और अनुवाद मेमोरी में उपलब्ध अनुवाद को न ला पा रही हो या वह उसकी रेंज से बाहर हो। ऐसे में कैट टूल आपको कॉनकॉर्ड खोज की सुविधा देता है। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि एक वाक्य (या खंड) पहले के किसी अनुवाद का आधा भाग है। अनुवाद मिलान खोज की 75 प्रतिशत के विकल्प पर निर्धारित सुविधा इसे आपके लिए नहीं ला सकती हालाँकि वह
आपके मूल वाक्य का 100 प्रतिशत मिलान है लेकिन कॉनकॉर्ड खोज इसे ढूँढ़ लेगी और आपके लिए ले आएगी। कॉनकॉर्ड खोज से आप वाक्यों, वाक्यांशों या शब्दों के अनुवाद की भी खोज कर सकते हैं। अनुवाद में शब्दावली की संगतता और एकरूपता बनाए रखने में यह सुविधा बहुत मददगार होती है। उदाहरण के लिए मान लीजिए कि आप भूल गए हैं कि आपने ‘मेमोरी’ का अनुवाद ‘मेमोरीÓ किया है या ‘स्मृति’ तो कॉनकॉर्ड खोज आपको यह बता सकती है।
मशीन अनुवाद
फिर मशीन अनुवाद लेकिन अब थोड़े भिन्न संदर्भ में। गूगल ट्रांसलेट से तो सभी परिचित हैं। (वैसे माइक्रोसॉ$फ्ट तथा 1-2 और कंपनियाँ भी यह काम करती हैं।) नहीं, उसके द्वारा दिए जानेवाले अनुवाद का समर्थन करने का मेरा कतई कोई इरादा नहीं है। (अगर वह ‘जॉर्ज बुश’ का अनुवाद ‘जॉर्ज झाड़ी’ देगा तो भला कोई कैसे समर्थन कर सकता है!) मैं सिर्फ़ यह कहना चाहता हूँ कि जैसे कैट टूल आपके लिए अनुवाद रचना का काम करता है (जो कुछ न कुछ मददगार होता ही है) वैसे ही कैट टूल आपके लिए खंड का मशीन अनुवाद भी करने का काम करता है। इसके लिए यह आपके निर्देश के अनुसार गूगल आदि वेबसाइट की सहायता लेता है। इसे आप अतिरिक्त सहायता की तरह ले सकते हैं जिससे आप का$फी हद तक शब्दों का अर्थ तलाशने और उन्हें टाइप करने के श्रम से बच जाते हैं और आपका समय भी बचता है, जैसा कि हम सभी जानते है, ‘समय धन है’! आप जो अनुवाद करते हैं वह अनुवाद मेमोरी से जुड़ता रहता है और इस तरह आपका खज़ाना बढ़ता रहता है। यहाँ तक कि आप अपने पुराने अनुवाद कार्य को भी मेमोरी में जोड़ सकते हैं। आप
सभी काम के लिए एक ही मेमोरी बना सकते हैं या अलग-अलग विषयों के काम के लिए अलग-अलग मेमोरी बना सकते हैं। आप एक बार में एक या अधिक मेमोरी भी कैट टूल में जोड़ सकते हैं और इसी तरह एक या अधिक शब्दकोशों के साथ भी काम कर सकते हैं। इसी तरह कैट टूल आपको शब्दकोश में नए शब्द जोडऩे और अनावश्यक शब्द हटाने की सुविधा भी देता है। कैट टूल मूल पाठ में उन शब्दों को भी चिह्नित कर देता है, जिनके अर्थ शब्दकोश में उपलब्ध हैं तो आपको पता चल जाता है कि शब्दकोश से कौन-सी और कितनी सुविधा उपलब्ध है। इस तरह आप देख सकते हैं कि कैट टूल से आपके अनुवाद के काम में कितनी सहायता मिलती है लेकिन यह तो सहायता की बस शुरूआत है। इसमें और बहुत सी सुविधाएँ होती हैं जो अनुवादक के रूप में आपके जीवन को सरल बनाती हैं।
फॉर्मेटिंग
अनुवाद के काम में फॉर्मेटिंग या स्वरूपण एक बहुत बड़ा मुद्दा होता है। अगर आप वर्ड फाइल में अनुवाद कर रहे हैं या तो आपको मूल के अनुसार बार-बार अनुवाद के पाठ का फॉन्ट बदलना होगा, उसे बोल्ड, इटैलिक वगैरह करना होगा, अनुच्छेद बनाने होंगे, सामग्री सेंटर में करनी होगी, शीर्षक-उपशीर्षक बनाने होंगे आदि-आदि जो एक लंबी और उबाऊ प्रक्रिया हो सकती है और अनुवाद के काम में बाधक भी बन सकती है या फिर आपको यह काम करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की मदद लेनी होगी यानी काम का खर्च बढ़ जाएगा। लेकिन कैट टूल्स आपके इस पूरे काम को अपने ऊपर ले जाता है। जिसके लिए आपको अलग से कुछ नहीं करना पड़ता। फिर वह चाहे फॉन्ट का आकार हो, बोल्ड, सेंटर, इटैलिक, शीर्षक, उपशीर्षक, तालिका, बुलेट, बॉक्स, नंबरिंग, हैडर, फुटर, फुटनोट, शेडिंग, चित्रों को सही स्थान पर रखना, आपको सब कुछ वैसा ही मिल जाता है जैसा मूल दस्तावेज़ में होता है और इनमें से ज़्यादातर चीज़ें आपको दिखाई भी नहीं देंगी यानी आपके अनुवाद के काम में बाधक नहीं बनेंगी। इतना ही नहीं, कैट टूल्स वर्ड $फाइल ही नहीं बल्कि अनेक $फाइल $फॉर्मेट का समर्थन करते हैं जैसे एक्सेल, पावर पोइंट, टेक्स्ट फाइल, पीडीएफ, एचटीएमएल, सॉफ्टवेयर फाइलें आदि, यानी आप
इन सभी फाइलों का कैट टूल्स में अनुवाद कर सकते हैं। आम तौर पर जिस फाइल फॉर्मेट में आपका मूल दस्तावेज़ होता है उसी में आपका अनूदित दस्तावेज़ भी तैयार हो जाता है। अनुवादक के लिए और इससे भी बढ़कर, डीटीपी के लोगों के लिए, वेबसाइट और सॉफ्टवेयर डिवलॉपर के लिए यह बहुत उपयोगी सुविधा है।
संपादन
अनुवाद के काम में संपादन और प्रूफ़ पठन के महत्व से भला कौन इंकार कर सकता है? कैट टूल्स में अनुवाद कार्य के इस महत्वपूर्ण चरण को भी ध्यान में रखा गया है। कैट टूल दस्तावेज़ को आपके लिए 2 रूपों में खोल सकता है — एक तो अनुवाद के लिए, दूसरे संपादन या प्रू$फ पठन के लिए। इस तरह आप — द्य खुद अपने कार्य का संपादन और प्रूफ़ पठन कर सकते हैं और / या द्य अन्य संपादक या प्रूफ़ शोधक को अपना काम भेज सकते हैं। ऐसी स्थिति भी हो सकती है कि संपादक या प्रूफ़ शोधक कैट टूल्स पर काम न कर पाता हो। इसके लिए कैट टूल्स में सुविधा होती है कि फ़ाइल का वर्ड दस्तावेज़ के रूप में निर्यात करके संपादन के लिए भेज दिया जाए और जब वह दस्तावेज़, संपादन या प्रूफ़ रीडिंग के बाद लौट आए तो उसे कैट टूल्स में आयात कर लिया जाए।
ट्रैक बदलाव
कैट टूल्स में संपादन के समय ट्रैक चेंज (या परिवर्तन ट्रैक करने) की सुविधा भी होती है। वर्ड दस्तावेज़ की तरह इसमें किए जानेवाले सभी बदलाव अलग से दिखाई देते हैं। इसका यह लाभ होता है कि अनावश्यक बदलाव अस्वीकार किए जा सकते हैं और आवश्यक बदलाव स्वीकार किए जा सकते हैं। संपादन की अन्य सुविधाएँ शब्द संसाधकों या वर्ड प्रोसेसर में उपलब्ध संपादन की अन्य सुविधाएँ भी कैट टूल्स में उपलब्ध रहती हैं जैसे—
‘खोजें’, ‘खोजें और बदलें’ (यह मूल और अनुवाद दोनों में किया जा सकता है), ‘खींचें और जोड़ें’, ‘हटाएँ’, ‘जोड़ें, और तो और ज़रूरत पडऩे पर इसमें मूल
पाठ में भी संशोधन किया जा सकता है। आपके पास हर खंड में संपादक या परियोजना प्रबंधक आदि के लिए टिप्पणी छोडऩे का अवसर भी रहता है ताकि वे समझ सकें कि आपने कोई विशेष प्रयोग क्यों किया है या अनुवाद में क्या समस्या थी।
स्वत: प्रोपागेशन
कैट टूल्स में स्वत: प्रोपागेशन की सुविधा भी रहती है जिसका अर्थ यह है कि अगर आपने किसी अनुवाद खंड की पुष्टि की है तो वह आपके द्वारा निर्धारित प्रतिशत के अनुसार आनेवाले खंडों में और पिछले खंडों में भी अनुवाद को अद्यतित कर दे। उदाहरण के लिए आपने एक अनुवाद खंड की पुष्टि की और वैसा ही खंड (या वाक्य) आगे भी आता है तो वहाँ अनुवाद अपने आप हो जाएगा और अगर आपने पहले उसके समकक्ष खंड का कुछ और अनुवाद किया था और अब आपने मन बदल लिया है तो वर्तमान खंड की पुष्टि होने पर वह पिछला खंड भी बदल जाएगा। तथापि अगर आप प्रोपागेशन 100 प्रतिशत के स्थान पर कम प्रतिशत जैसे 75 प्रतिशत पर निर्धारित करते हैं तो यह इस आधार पर आगेवाले 75 प्रतिशत तक समानतावाले खंडों में अनुवाद का प्रोपागेशन करेगा लेकिन आगे से पीछे दोनों दिशाओं में 75 प्रतिशत से अधिक समानता के पहले से अनुवाद या प्रोपागेट हो चुके खंडों को प्रभावित नहीं करेगा। कैट टूल आपको अनुवाद से पहले ही इसका विश्लेषण भी दे सकता है कि पाठ में कितने प्रतिशत खंड दोहराए गए हैं और कितने प्रतिशत तक। यह सुविधा अनुवादकों के लिए कुछ अहितकारी है क्योंकि ऐसे में क्लाइंट दोहराववाले भाग के लिए भुगतान नहीं करता।
स्वत: सुझाव
स्वत: सुझाव या ऑटो सजेस्ट कैट टूल्स की ऐसी बेहतरीन सुविधा है जो आपके काम को और भी सरल बना देती है। इसके लिए कुछ कैट टूल्स आपके लिए स्वत: सुझाव के लिए टी.एम. या शब्दावली की तरह स्वत: सुझाव शब्दावली भी बना देते हैं। इस सुविधा के अंतर्गत जब आप अनुवाद करने के लिए टाइप करना शुरू करते हैं तो आपके द्वारा टाइप किए गए वर्ण और फिर वर्ण-गुच्छ से मिलानवाली शब्दावली और स्वत: सुझाव शब्दावली में उपलब्ध आइटम आपके सामने आ जाते हैं और आप अपनी पसंद के सुझाव बस एंटर दबाकर अपने अनुवाद में शामिल कर सकते है। यह सुझाव शब्द से लेकर वाक्यांश तक हो सकता है और अगर आप ऑनलाइन रहते हुए काम करते हैं तो कैट टूल स्वत: सुझावों की इस सूची में मशीन अनुवाद में उपलब्ध आइटम भी जोड़ देता है। शायद इसी को तो कहते हैं, ‘सोने पे सुहागा’!
वर्तनी शोधन
कैट टूल्स वर्तनी शोधन की सुविधा भी देते हैं। इसके अंतर्गत, ठीक वर्ड दस्तावेज़ की तरह गलत शब्द हाइलाइट हो जाते हैं जिन्हें आप राइट क्लिक करके सुधार सकते हैं तथापि हिंदी भाषा के लिए यह सुविधा अभी सीमित है। आप वर्तनी शोधक चलाकर भी वर्तनी की जाँच कर सकते हैं जिसमें एक क्लिक से सभी आवृत्तियाँ सुधारने की सुविधा मिलती है।
गुणवत्ता आश्वासन
आप चाहे कितने भी अच्छे अनुवादक या भाषाविद क्यों नहों लेकिन कुछ चूक तो आपसे हो ही सकती है क्योंकि आप कैट टूल तो नहीं हैं न! मेरा कहने का मतलब है कि कैट टूल यहाँ भी आपको ठोस सहायता प्रदान करता है।
गुणवत्ता आश्वासन या क्वालिटी एश्युरंस के अंतर्गत कैट टूल अनेक तरह से अनुवाद की जाँच करता है। यह जाँच आपके द्वारा अनुवाद करते समय ही चलती रहती है और आप अलग से भी गुणवत्ता आश्वासन के लिए प्रोग्राम चला सकते हैं। इसमें कैट टूल निम्नलिखित की जाँच करता है—भाषा की चूक जैसे शब्दों का दोहराव (हिंदी में यह जालिम आपको ‘अलग-अलग’ की भी त्रुटि दिखाएगा), शब्दों के बीच अनावश्यक स्थान, विरामादि विन्यासों से पहले अनावश्यक स्थान, वाक्य के अंत में पूर्णविराम आदि के बाद अनावश्यक स्थान, मूल पाठ से विरामादि विन्यास में भिन्नता, ऐसे में यह हिंदी पूर्णविराम (।) की भी गलती दिखाता है, नंबरों की भिन्नता, मूल पाठ और अनुवाद में आकार की भिन्नता, टैग की समस्या (पाठ के $फॉर्मेट की पहचान के लिए कैट टूल्स ‘टैग्स’ का इस्तेमाल करते हैं), शब्दावली की भिन्नता आदि।
कैट टूल की इस गुणवत्ता आश्वासन की सुविधा से आप त्रुटिरहित, एकरूप, और सटीक अनुवाद करने में सक्षम होते हैं।
क्लाउड पर कैट टूल
अन्य कार्य क्षेत्र की तरह कैट टूल्स के लिए क्लाउड की सुविधा भी उपलब्ध है। जिन लोगों को क्लाउड के बारे में नहीं पता उनके लिए बताना चाहूँगा कि क्लाउड वह सुविधा है जिसमें आप इंटरनेट पर किसी सर्वर पर काम करते हैं। आप अपने कंप्यूटर पर ही काम करते हैं लेकिन यह काम कहीं और सहेजा जाता है। इसका लाभ यह होता है कि फ़ाइलों के लेन-देन में लगनेवाला समय बच जाता है, काम की गोपनीयता, एकरूपता, संगतता आदि पर क्लाइंट का
नियंत्रण ज़्यादा हो जाता है और काम के खो जाने, सहेजे न जाने आदि के झंझट समाप्त हो जाते है।
क्लाउड पर काम करने के कई लाभ हैं और इसके कई प्रकार हैं। उदाहरण के लिए बहुत सारे अनुवादक और संपादक एक साथ काम और सहयोग कर सकते हैं, समस्याओं का समाधान तत्काल कर सकते हैं, आपके लिए बड़ी या विषय के लिए विशिष्ट अनुवाद मेमोरी और शब्दकोश उपलब्ध हो सकते हैं और आपको कैट टूल खरीदने की ज़रूरत नहीं रह जाती। क्लाउड पर काम करने की यह सुविधा क्लाइंट की ओर से भी मिल सकती है और आप खुद
भी काम करने के लिए क्लाउड पर अपना स्थान खरीद सकते हैं।
क्या कैट टूल हिंदी में काम करता है?
वैसे तो यह सवाल कुछ गैर-ज़रूरी सा लग सकता है क्योंकि अगर ऐसा न होता तो फिर इस लेख को हिंदी पाठकों के लिए लिखना मुनासिब न होता। फिर भी स्पष्ट करने के लिए कहना चाहूँगा कि कैट टूल्स हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में भी काम करते हैं लेकिन जैसा कि मैंने कहा है वर्तनी शोधन और टाइप समर्थन की दृष्टि से कहीं-कहीं कुछ समस्याएँ आ सकती हैं पर वे नगण्य हैं। सभी मुख्य सुविधाएँ हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के लिए उपलब्ध रहती हैं और ये कैट टूल्स यूनिकोड और टीटीएक्स दोनों तरह के फ़ॉन्ट में काम करते हैं तो प्रौद्योगिकी की इस देन का लाभ उठाएँ तथा ज़्यादा पेशेवर, सटीक कुशल और क्षिप्र अनुवादक बन जाएँ।
कैट टूल्स का मूल्य
हर कैट टूल्स का मूल्य अलग-अलग है लेकिन यह लगभग रु. 30,000 के आसपास होता है। इसके साथ ही हर कैट टूल्स साल 2 साल में अपना अद्यतन बाज़ार में पेश कर देता है जिसे खरीदना भी समय के साथ बने रहने के लिए ज़रूरी हो जाता है। एक नज़र में यह राशि बहुत ज़्यादा लग सकती है लेकिन
कैट टूल्स के लाभों को देखते हुए पेशेवर अनुवादक के लिए यह काफ़ी फ़ायदे का सौदा होता है और उस स्थिति में तो इससे बचा भी नहीं जा सकता जब क्लाइंट की माँग ही हो कि काम कैट टूल में ही करना है और संस्थान की दृष्टि से तो यह मूल्य बहुत ज़्यादा नहीं रहता।
कौन-सा कैट टूल लें?
यह थोड़ा मुश्किल सवाल ज़रूर है क्योंकि इनकी कीमतों को देखते हुए आप 1-2 से ज़्यादा कैट टूल्स शायद नहीं ले सकेंगे। इसमें सुविधा यह है कि हर कैट टूल के डेमो संस्करण उपलब्ध हैं और आप उन्हें आज़माकर अपनी पसंद तय कर सकते हैं।
ProZ.com अनुवादकों की प्रमुख वेबसाइट है जहाँ इस बारे में और सामग्री मिल सकती है। वहाँ समूह खरीद भी चलती रहती है जिनमें कैट टूल्स और सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकते हैं।
— राजेश कुमार
गुजरात, भारत
ईमेल – [email protected]
राजेश कुमार का संक्षिप्त परिचय
राजेश कुमार का जन्म : 27.07.1957 । शिक्षा : पीएचडी भाषा विज्ञान, दिल्ली विश्वविद्यालय।
प्रकाशन : साहित्य, भाषा शिक्षण, दूरस्थ शिक्षा आदि के क्षेत्र में आपके कई पुस्तक, आलेख तथा शोध पत्र प्रकाशित हैं।
पुरस्कार : श्री रामजी वोरा सेवा सम्मान, समन्वयक फॉरम सम्मानतथा विभिन्न कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश साहित्य अकादमी एवं टेलीग्राफ द्वारा सम्मानित।
संप्रति : संयुक्त निदेशक (अकादमिक) तथा क्षेत्रीय प्रबंधक, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, नोएडा, उ.प्र.। साथ ही आप गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, नोकिया आदि
के प्रमुख मानद भाषाविद, हिंदी समिति, ब्रिटेन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय वार्षिक प्रतियोगिता ’हिंदी ज्ञान प्रतियोगिता’ के मानद राष्ट्रीय समंवयक, भारत के ‘प्रवासी
इंडिया’ पत्रिका के मानद सलाहकार तथा ‘युग तेवर’ के संपादक हैं।