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देशभक्त नहीं हो सकते!

रात दिन राष्ट्रीय के विरोध में खड़े लोग देशभक्त नहीं हो सकते!
वो राष्ट्रीय में पल रहे शत्रु हैं, जो बाहरी शत्रुओं से भी ज्यादा घातक हैं!
इनका शर्वनाश करना अति आवश्यक है नहीं तो ये दीमक की भांति राष्ट्रीय को खा जायेंगे!

धर्मवीर सिंह पाल

फिल्म राइटर्स एसोसिएशन मुंबई के नियमित सदस्य, हिन्दी उपन्यास "आतंक के विरुद्ध युद्ध" के लेखक, Touching Star Films दिल्ली में लेखक और गीतकार के रूप में कार्यरत,