गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

देहरी के दीप बन रात दिन जलते रहो
तमस मिटाकर तुम रोशनी करते रहो

राह के कांटे चुन तुम फूल बिछाते रहो
सत्य पथ चुनो और उस पर चलते रहो

जीवन मे सदा ही उच्च विचार रखते रहो
निष्काम कर्म से जीवन उन्नत करते रहो

तूफान झंझावतों में लक्ष्य पर खड़े रहो
अर्जुन से लक्ष्य पर दृष्टि रख लड़ते रहो

साथ दिया और बाती का यूँ निभाते रहो
जीवन के दो पहियों में सफर करते रहो

देश के लिए जिओ ओर सेवा करते रहो
“पुरोहित” दीप भारत माँ का जलाते रहो

कवि राजेश पुरोहित

डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email [email protected]