“कुंडलिया”
मैया का पूजन करें, निशदिन आठो याम
सूर्य उपासन जल मही, छठ माँ तेरे नाम
छठ माँ तेरे नाम, धाम की महिमा भारी
माँग भरें सिंदूर, पूरती चौका नारी
कह गौतम कविराय, सकल फल पाए छैया
अर्घ करे दिन रात, आज के दिन छठ मैया॥
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी