फिर आना होगा भगत को
सुनो भगत सिंह तुमको फिर से , भारत में आना होगा
सोये दिखते लोग यहाँ पर ,उन्हें फिर जगाना होगा
कोई भारत माँ को गाली , देता है विध्यालय में
और वही माफ़ी पा जाता , है अपने न्यायालय में
क्या ऐसा भारत चाहा था , तुमने जब कुर्बानी दी
आज यहाँ पर पूजा होती ,अफजल बुरहन वानी की
कोई दुर्गा माँ को अपने , अपशब्दो से तौल रहा
भारत के टुकड़े फिर होंगे , खुल्लम खुल्ला बोल रहा
और यहाँ के नेतागण भी , उनको खूब समर्थन दे
उनकी तारीफे करते है , उनको उत्साहवर्धन दे
देश भक्ति क्या होती है ये , फिर से बतलाना होगा
सुनो भगत सिंह तुमको फिर से , भारत में आना होगा