कहानी रहेगी
अधर पर कहानी रहेगी
सभी को जुबानी रहेगी
अज़ब खेल यह जिन्दगी कर
सदा सत्य कहती रहेगी
अख़म रूप को ज्यों मिटाये
ढली ये जवानी रहेगी
गुमाने न काया करे तू
दिने एक मिट्टी रहेगी
चली मौत आये अचानक
घड़ी वो न टलती रहेगी
सबक जिन्दगी दे सभी को
बनी जिन्दगानी रहेगी
करे रूह जब याद तुझको
बसी याद छलती रहेगी
सबक जिन्दगी दे सभी को
बनी जिन्दगानी रहेगी
अज़ —-कौतुहल
अख़म —-झुर्रियाँ