बाल कविता

बाल कविता – छोटकू

बड़का भैया गए मेला

सज-धज तैयार,

संग-संग भाभी जी हैं

लेगी एक हार।

 

छोटकू रह गया घर ही,

पापा लिए नहीं साथ।

रो-रो कर हाल बुरा है,

हुई घर में बरसात।

 

दादीजी खूब समझाए

दे बहुत दुलार।

 

छोटकू तो छोटकू है,

करने लगा झमेला।

ले चलो दादी मुझे,

देखूंगा मैं मेला।

 

हुई हर बार दादी की

कोशिश बेकार।

मेराज रज़ा

जन्म तिथि-06.03.1988 शिक्षा-डी.एल.एड, स्नातक (राजनीति शास्त्र) संप्रति-अध्यापन के क्षेत्र में कार्यरत (प्राथमिक विद्यालय में) लेखन-साहित्य जगत में नव प्रवेश। मुख्य रूप से बाल कविता लेखन प्रकाशन - पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित पता- ग्राम+पोस्ट-बाजिदपुर, थाना-विद्यापतिनगर, जिला- समस्तीपुर, राज्य-बिहार, पिन कोड - 84 85 0 3 संपर्क सूत्र- ईमेल- [email protected] मोबाइल नंबर- 9113731588, 9546421203