आँखें
सच और झूंठ बताती आँखें |
शर्म – हया दिखाती आँखें ||
मर जाये आँख का पानी,
कठोर हृदय की पहचान कराती आँखें ||
प्यार – मुहब्बत की पहली सीढ़ी,
शुरूआत कराती आँखें ||
घड़ियाली आंसुओं से
बहुत दुःखी हो जाती आँखें ||
हृदय की तड़प से निकले आंसू,
अमृत बना देती आँखें ||
बड़ी मासूम होती आँखें |
सच और झूंठ बताती आँखें ||