व्यस्तता
व्यस्तता
कभी इतनी हावी हो जाती है कि –
हम खुद से मिल नहीं पाते !
ऐसा लगता है जैसे
हमें क्या करना है और क्या हो रहा है
मगर व्यस्त रहना अपने आप में उत्तम है
क्यूँकि –
हम किसी के बहाने ही सही
बहुत कुछ संभल जाते हैं…. !
*
पंकज त्रिवेदी