गीतिका/ग़ज़ल

नया साल

बीता साल पुराना यारा
आया नया जमाना यारा
..
कदम कदम पर इम्तहान हैं
अपनी अकल लगाना यारा
..
सोच समझ लेना पहले फिर
आगे पाँव बढ़ाना यारा
..
मुश्किल वक्त में कभी हार कर
आँसू नहीं बहाना यारा
..
नए साल में पिछली गल्ती
फिर से मत दोहराना यारा
..
रूठे जब कोई अपना तो
पहले उसे मनाना यारा
..
नहीं मिलेगा जीवन फिर से
पूरा लुत्फ़ उठाना यारा
..
फ़र्ज़ निभाना आगे बढ़कर
नज़रें नहीं चुराना यारा
..
ज्यादा लालच बहुत बुरा है
धन संतोष कमाना यारा
..
ऊपर अंबर नीचे धरती
अच्छा यही ठिकाना यारा
..
रमा बताये बात पते की
इनको भूल न जाना यारा

रमा प्रवीर वर्मा
नागपुर,महाराष्ट्र

रमा वर्मा

श्रीमती रमा वर्मा श्री प्रवीर वर्मा प्लाट नं. 13, आशीर्वाद नगर हुड्केश्वर रोड , रेखानील काम्प्लेक्स के पास नागपुर - 24 (महाराष्ट्र) दूरभाष – ७६२०७५२६०३

2 thoughts on “नया साल

  • शशि कान्त त्रिपाठी

    रमा जी कविता ने अत्यधिक प्रभावित किया ।
    यह बहुत ही सारगर्भित एवं अनुकरणीय है ।
    शशिकांत त्रिपाठी

    • रमा वर्मा

      हार्दिक धन्यवाद आदरणीय शशि कान्त त्रिपाठी जी

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