लेखिका नीलू नीलपरी “एम्पावर्ड वूमेन अवार्ड” से सम्मानित
नई दिल्ली। दिल्ली की लेखिका नीलू नीलपरी को प्रतिमा रक्षा सम्मान समिति करनाल द्वारा “एम्पावर्ड वूमेन अवार्ड” से सम्मानित किया गया। शक्ति पुंज नारी, जो खुद मोमबत्ती सी जलकर भी नारी उत्थान में निरंतर कार्यरत है। नारी जो कैंसर और टीबी को पछाड़, अय्याश पति की शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना में तपकर, चक्रव्यूह से निकलकर खुद को ही सशक्त नहीं करती, बल्कि आसपास की लड़कियों, महिलाओं के लिए सशक्तिकरण के मार्ग प्रशस्त करती है।
दिल्ली की व्यख्याता, मनोवैज्ञानिक, कवियत्री, लेखिका, संपादिका, समाज सेविका नीलू नीलपरी एक ऐसी ही सशक्त नारी हैं, जिन्हें राष्ट्र स्तरीय “एम्पावर्ड वूमेन अवार्ड” से सम्मानित किया गया गया। छात्रों, बुज़ुर्गों, निम्न वर्ग की महिलाओं की समस्याओं का कॉउंसलिंग से निदान, निर्धन-मेधावी छात्राओं की उच्चशिक्षा/ प्रोफेशनल ट्रेनिंग व ट्रेनिंग के बाद स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता (बतौर मनोवैज्ञानिक और समाजसेविका), स्त्री विमर्श नाटकों का लेखन-मंचन, कविता, कहानी के माध्यम से समाज का सच्चा दर्पण और समस्याओं का निदान के लिए लगातार प्रयासरत रहती है। पिछले दिनों इनकी कविताओं का एकल संग्रह “नीले अक्स” आया है औऱ बहुत जल्द लघुकथा संग्रह “नील उजास” आने वाला है। हाल ही नीलू नीलपरी को इनकी समाजिक एंव साहित्यिक उपलब्धियों के लिए इन्हें मुम्बई में 28 दिसम्बर 2017 को “टॉप 50 इंडियन आइकॉन अवार्ड” से भी सम्मानित किया गया है। इन्हें प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले जी की जयंती पर राष्ट्रस्तरीय संगठन प्रतिमा रक्षा सम्मान समिति,करनाल के द्वारा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र अरोड़ा जी द्वारा एक सम्मान समारोह में 3 जनवरी 2018 को करनाल में सम्मानित किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों की चुनिंदा 100 सशक्त नारियों को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। आशा है नीलू यूं ही नव वर्ष में भी समाजिक एवं साहित्यिक क्षेत्रों मे अनवरत सक्रिय रहेगी।
— लाल बिहारी लाल