चिता और कब्र
जीवन है तो शरीर है
जीवन नहीं तो शरीर नहीं…
जीवन का अंत हुआ
तो चिता और कब्र सज जाती हैं
जिंदा इंसानों को एक सीख देती हैं |
मत बन हैवान/शैतान
मत बढ़ा भूख दौलत की… सब क्षणभंगुर है
बस इतने में कर गुजारा कि
भूखा न सोना पड़े, नंगा न रहना पड़े
भूख बढ़ायेगा
तो अन्यायी, अत्याचारी हो जायेगा
इंसान से शैतान बन जायेगा |
यादकर चिता और कब्र…