“रोला छंद”
जय जय सीताराम, नाम जप लो अनुसारी।
रटती रसना नाम, सियापति अवध बिहारी।।
राधे राधे श्याम, गीर धरि नख गिरधारी।
भाग कालिया भाग, नाग नथ नथें मुरारी।।
गौरी पति महादेव, आप शिव गौरीशंकर।
देवों के प्रभु देव, आप हैं महा निरंकर।।
लक्ष्मीपति हरिनाथ, क्षीरसिंधु करें वासा।
चँवर डुलाएँ मातु, सुशोभित है रनिवासा।।
लक्ष्मी सहित गणेश, पधारो आप गजानन।
रिद्धि सिद्धि प्रथमेश, जयति शिव हरि पंचानन।।
शिव पार्वती समेत, शिवालय जय शिवशंकर।
ॐ जय ॐ शिवाय, बोल बम बोल दिगंबर।।
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी