ख्वाब में देखा करती थी माँ :)
जुनून की जड़ों में
मैने डाली थी खाद उत्साह की
दिया था पानी त्याग का
तब कहीं जाकर
लगा था पौधा उम्मीदों का
जिस पर खिले थे
वही फूल कल्पनाओं के
जिसे तुम हर रात
ख्वाब में देखा करती थी माँ !
— सीमा सिंघल ‘सदा’
जुनून की जड़ों में
मैने डाली थी खाद उत्साह की
दिया था पानी त्याग का
तब कहीं जाकर
लगा था पौधा उम्मीदों का
जिस पर खिले थे
वही फूल कल्पनाओं के
जिसे तुम हर रात
ख्वाब में देखा करती थी माँ !
— सीमा सिंघल ‘सदा’