कविता

नारी के सम्मान का विचार होना चाहिये

नारी नाड़ी की तरह करती है हर काम

नारी के सम्मान का विचार होना चाहिये

पुरुष प्रधान सदियों से है समाज यह

नारी आगे लाने पर विचार होना चाहिये

परंपरा छोडो अब जोड़ो नाता नारी से

नारी सब का तो उद्धार होना चाहिये

ठान ले अगर कुछ करने का जग में तो

लाख-लाख बधाये सिरोधार होना चाहिये

बढ़ रही नारी अब धीरा-धीरे जग में तो

इसका भी खूब अब प्रचार  होना चाहिये

सदियों से नारी कभी  रही नही पिछे

रुढ़ीवादियों को अब उदार होना चाहिये

कल्पना आकाश चुमे मानुषी भी जग चुमें

अब इन सब पर विचार होना चाहिये

मीरा बाई, महादेवी, झाँसी की रानी थी कभी

लाल बिहारी की बातों पर विचार होना चाहिये

लाल बिहारी लाल, नई दिल्ली

लाल बिहारी गुप्ता लाल

जन्म : 10 अक्टूबर 1974 जन्म स्थान : ग्राम+पो. श्रीरामपुर, भाया - भाथा सोनहो, जिला-सारण (छपरा), बिहार-841460 माता : (स्व.) मंगला देवी पिता : (स्व.) सत्य नरायण साह पत्नी : श्रीमती सोनू गुप्ता संतान : पुत्र ज्येष्ठ—रवि शंकर (11वीं अध्ययनरत); कनिष्ठ—कृपा शंकर (11वीं अध्ययनरत) शिक्षा : स्नातकोत्तर (एम.ए.)-हिन्दी सम्प्रति : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, उद्योग भवन, नई दिल्ली में कार्यरत संपादित कृतियाँ : 1. समय के हस्ताक्षर (2006) 2 लेखनी के लाल (2007) 3 माटी के रंग (2008) 4 धरती कहे पुकार के (2009) तथा कोलकाता से प्रकाशित हिन्दी साहित्यिक पत्रिका “साहित्य त्रिवेणी” के पर्यावरण विशेषांक का संपादन (2011) भाषा ज्ञान : हिन्दी, भोजपुरी एवं अंग्रेजी विशेष : हिन्दी एवं भोजपुरी की कविताएँ एवं गीत देश के विभिन्न साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में छपती रहती हैं। लाल कला साहित्य एवं सामाजिक चेतना मंच (रजि.) बदरपुर, नई दिल्ली-110044 के संस्थापक सचिव। भोजपुरी गीतों का आडियो एवं वी.सी.डी. टी. सीरीज, एच. एम. वी., वीनस सहित देश की कई नामी-गिरामी कंपनियों से बाजार में हैं। संपर्क : 265 ए / 7, शक्ति विहार, बदरपुर, नई दिल्ली - 110044 फोन : 098968163073 // 07042663073 ई-मेल : [email protected], [email protected]