स्टीफन हाकिंग
ब्रह्मांड भी सहसा
रोया है आज
तुम्हारे जाने के बाद
पर मैंने तुमसे जाना
ब्रह्मांड के अनसुलझे
सवाल
जानते रहे सदियों से
बन जाता है मरने पर
इंसान एक तारा
इतना सा ज्ञान हमारा
पर तुमने बताया
एक दिन तारे का
भी आस्तित्व नहीें रहता
बन जाता ब्लैकहोल
एक नये ब्रह्मांड बनने को तैयार।
ब्रहमांड सी मस्तिष्क
ब्रह्मांड में विलीन
अभी खोज
बाकी
पता है मुझे
तुम जन्म ले चुके हो
ब्रह्मांड के अनसुलझे
सवाल का जवाब देने के लिए ।
— अभिषेक कांत पाण्डेय