“पिरामिड”
दो
रोटी
दो जून
सूखी सूखी
रखती भूखी
पकड़े है पेट
आंटा चक्की की भेंट॥-1
ये
गर्म
चपाती
दादा नाती
स्त्री अहिवाती
घर संसार है
रसोई दुलार है॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
दो
रोटी
दो जून
सूखी सूखी
रखती भूखी
पकड़े है पेट
आंटा चक्की की भेंट॥-1
ये
गर्म
चपाती
दादा नाती
स्त्री अहिवाती
घर संसार है
रसोई दुलार है॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी