मेरे सीने में है लेकिन दिल तेरी जागीर है
मेरे सीने में है लेकिन दिल तेरी जागीर है ।
क्या बताऊँ किस कदर अब प्यार की तासीर है ।
दीद की प्यासी मेरी नज़रों ने पाया ये मुकाम,
बन गयी दुनिया की हर इक शै तेरी तस्वीर है ।
अब करे तो क्या ये बीमार-ए-मुहब्बत तू बता,
तू ही दर्दे दिल तू ही तो दर्द की अक्सीर है ।
गर जो बाँधो तो मुहब्बत एक नाज़ुक डोर है,
गर जो तोड़ो तो न टूटे ऐसी इक जंजीर है ।
तेरे खोने में भी तू है तेरे पाने में भी तू,
बात कोई भी हो लेकिन तू मेरी तकदीर है ।