” बदलें भारत की तस्वीर ” !!
संकट के बादल गहराये ,
ताप धरा का बढ़ता जाये !
हलचल ऐसी उहापोह है ,
मौसम धुंआ धुंआ हो जाये !
लगी है जयचंदों की भीर !
बदलें भारत की तस्वीर !!
आतंकी बांधे कफनी है ,
ध्वजा देश की ना झुकनी है !
मानवता है खड़ी कराहे ,
मांओं की गोदें सूनी है !
राजनीति देती तकरीर !
बदलें भारत की तस्वीर !!
अपनों के ही हथकंडे है ,
दुश्मन के नारे झंडे हैं !
नाम धर्म के खून बहा दें ,
बस यही जिहादी फंडे हैं !
नफरत बांटें खींचे लकीर !
बदलें भारत की तस्वीर !!
शोणित काहे ना उबले है ,
सेना पर होते हमले हैं !
शौर्य , पराक्रम भूले भूले ,
नहीं अभी तक हम सम्भले हैं !
आओ खींच लें अब शमसीर !
बदलें भारत की तस्वीर !!
मां का दूध पिया है हमने ,
उसका कर्ज़ चुकाना है अब !
करो गर्जना सिंहनाद हो ,
बाहुबली बन जाना है अब !
टूट रहा है अब तो धीर !
बदलें भारत की तस्वीर !!