“पिरामिड”
है
सुख
नगर
बिनाघर
किरायेदार
आनंदातिरेक
प्रलोभन प्रत्येक॥-1
है
छद्म
छलावा
हर्षोत्कर्ष
कल उत्कर्ष
हृदय कस्तुरी
वन नाचे मयूरी॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
है
सुख
नगर
बिनाघर
किरायेदार
आनंदातिरेक
प्रलोभन प्रत्येक॥-1
है
छद्म
छलावा
हर्षोत्कर्ष
कल उत्कर्ष
हृदय कस्तुरी
वन नाचे मयूरी॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी