” ————————– सहारे वही हैं ” !!
बहारें वही हैं , नज़ारे वही हैं !
पुकारा किसी ने , हमारे वही हैं !!
यहां है नहीं वे , अभी गुम कहीं हैं !
इशारा न समझे , सहारे वही हैं !!
घटी है उमर भी , घटा ना कहें अब !
कभी तो करें हैं , इशारे वही हैं !!
हंसी है दबी सी , कहीं वे न रूठे !
हमें डर यही है , किनारे वही हैं !!
निभाई कभी जब , अदावत किसी ने !
जहां था भरोसा , दुधारे वही हैं !!
सुनो है सताया , सभी ने हमें ही !
हमें वे पियारे , दुलारे वही हैं !!
करें हम यहां पर , गिला भी कभी तो !
जला घर हमारा , शरारे वही हैं !!
पिलाई हमें है , इस कदर कभी तो !
गिरे भी कभी तो , सँभारे वही हैं !!
कहें तो सुने ना , सुने तो न बोलें !
नीरद हुए ना , तुम्हारे वही हैं !!