श्रृंगार धरती का !!!!
हरियाली ये
श्रृंगार धरती का
उजाड़ो मत !
….
हैं वरदान
धरा में पेड़ पौधे
बचा लो इन्हें !
…
बो देना बीज
धरा की गोद सूनी
प्रकृति कहे !
….
खुद तपते
शीतल छाँव देते
हमें वृक्ष ये!
…
कड़वी नीम
मीठी निम्बोली देती
शीतल छाँव !
….
कुल्हाड़ी मार
गिराया जो पेड़ को
चीखी थीं जड़ें !
…