गीत/नवगीत

स्वयंसेवी गीत

बदलेंगे तस्वीर भारत की वीरांगनाएं वीर ।
 मित्रो याद हमेशा रखो
मेहनत से बदले तकदीर।
सिद्धांत वाक्य है मुझ नहीं तुझ
बस याद हमें है रखना
स्वावलंबी शिक्षा से बनकर
राष्ट्रसेवा में लगना
अच्छी बातें सीखना करना
संग सदा ही अच्छा करना
राष्ट्र सेवा की खातिर हम सबको जीना और मरना
मित्रो याद हमेशा रखो——–
साफ सफाई राष्ट्रसेवा का पाठ पढेंगे पढाऐंगे
आपसी भाईचारे का हम नारा सभी लगाएंगे
निबल वर्ग की सदा मदद हम करेंगे और कराएंगे
“भरत” करते प्रण स्वयंसेवी सब
सेवा कर दिखलाऐंगे
मित्रो याद हमेशा रखो——-
पर्यावरण की रक्षा करनी पेड़ लगाने नए हर साल
भ्रूण हत्या नहीं होने देनी
 लोक संस्कृति का रखना ख्याल
बेटी बचानी बेटी पढ़ानी
समाज में बेटियों की बनना ढाल
राष्ट्र की प्रगति और विकास में
आओ मिलाएं ताल से ताल
मित्रो याद हमेशा रखो ——–
किसी के नेतृत्व में नेतृत्व करना
सीखना सबको
करना है प्रयास विश्वशांति के लिए
हम सबको
नशा बुराई आलस नफरत
“भरत”छोड़नी सबको
अच्छी राह पे चल के दिखाना
दुनिया में हम सबको
मित्रो याद हमेशा रखो——
विजयी भरत दीक्षित

विजयी भरत

माता का नाम- श्रीमती चंद्रकांता शर्मा पिता का नाम- पंडित भूदेव दीक्षित जन्म तिथि २७/०४/१९६४ जन्म स्थान- सुजानपुर टिहरा पता – पिन नंबर 176110 , महुल्ला ब्रह्मपुरी, सुजानपुर टिहरा, जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश, कार्य - अध्ययन अध्यापन, साहित्य, संगीत, समाज सेवा, लेखन (हिंदी, पहाड़ी, संस्कृत) सम्प्रति- रा. व. मा. विद्यालय दयोल (बैजनाथ हि.प्र.) प्रवक्ता संगीत प्रकाशन- १. श्री महाकाल योग शास्र रहस्यम् २. भरत भारती (काव्य संग्रह हिंदी) ३. हिमप्रस्थ (मासिक), गिरिराज हिमाचल (साप्ताहिक), आपका फैसला (दैनिक समाचार पत्र), न्यायसेतु(दैनिक समाचार पत्र), संजोग साहित्य विशेषांक (मुंबई) से कविताएँ प्रकाशित। अखिल भारतीय हिमाचल सामाजिक संस्था संघ स्मारिका में कविता प्रकाशित । एफ एम चैनल गुंजन से कविताएं गीत प्रसारित । प्रकाशनाधीन- १. गऴसोहे (पहाड़ी) २. अर्चना के पुष्प (काव्य संग्रह हिंदी) सम्मान- १. सहस्राब्दी रत्न जैमिनी अकादमी (पानीपत) २. राज्य शिक्षक सम्मान (हि.प्र.) ३. आचार्य (हिंदी मानद उपाधि) विलक्षणा सार्थक सम्मान (रोहतक) अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित ४. राष्ट्रीय प्रतिभा खोज छात्रवृति प्राप्त ५. हरिबल्लभ संगीत सम्मेलन जालंधर (प्रथम पुरस्कार विजेता) ६. रेडियो कलाकार (B Grade दिल्ली शास्रीय संगीत ख्याल गायन) विशेष कार्य- गीतों की धुनों का निर्माण, गीतों की रचना, विभिन्न सांस्कृतिक समारोहों में प्रदर्शन,योग संगीत साहित्य के प्रचार प्रसार में प्रयासरत , शास्त्रीय गायक (ख्याल शैली) ग्वालियर घराने की ख्याल गायकी का शिक्षण गुरु शिष्य परम्परा द्वारा देने में प्रयासरत