उड़ान बाकी है
तिनकों को जोड़कर
बना घोंसला हमारा
इस प्यारे से घोंसले में ।
अभी-अभी जन्मी हूँ।
सुकोमल नरम सी
नन्हें से परो का निकलना बाकी है
दिन भर खाने की तलाश में
माँ का चुग्गा लाना बाकी है।
भूख मिटा देती है माँ
खुद कभी -कभी रह जाती भूखी
रोज थोड़ा थोड़ा उडना
माँ हमें सिखाती है
होंसला बुलंद हैं
एक दिन होगा सपना पूरा
उड़ान बाकी है