लघुकथा – निर्णय
रोहित बाॅस के बेटे के जन्मदिन पर उपहार देने हेतु कोई मंहगी गिफ्ट खरीदने जा रहा था, अचानक घर में काम करने वाली बाई कमला का फोन मोबाइल पर आया, ‘‘सर, मेरे बच्चे का एक्सीडेंट हो गया है, आॅपरेशन तुरन्त होगा, 5000 रूपए जमा करने होंगे, मेरे बच्चे का जीवन बचा लीजिए, सर‘‘। कमला फूट फूट कर रो रही थी, रोहित ने निर्णय बदल दिया, कार हास्पिटल की और मोड़ दी कमला की सहायता के लिए।
— दिलीप भाटिया