आप के सामने दो सीन रखता हूँ
आप के सामने दो सीन रखता हूँ जरा गंभीरता से विचार करें !
सीन नंबर -1
RSS प्रमुख मोहन भागवत नागपुर में एलान करते हैं ”हिंदुओं को अब भारत की संविधान में विश्वास नहीं है अब RSS देश के हर जिले में अपनी समानांतर अदालतें खोलेगा जिसमें हिंदू धर्म के अनुसार न्याय दिया जाएगा”
पूरे देश में तहलका मच जाता है सागरिका घोष, निधि राजदान, बरखा दत्त सोनिया सिंह जैसी पत्रकार अपनी चूड़ियां तोड़कर माथे से सिंदूर पोछकर विधवा विलाप करने लगती हैं ! रवीश कुमार विटामिन की गोलियां खा खाकर चिल्ला रहे हैं ..अरे यह क्या हो गया देश बर्बाद हो जाएगा देश बिखर जाएगा.. अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी सहित वामपंथी सूअर और कांग्रेसी कुत्ते छातियां पीट-पीटकर विलाप कर रहे हैं !
पूरे देश में अराजकता का माहौल हो गया जगह-जगह ट्रेन जलाए जा रहे हैं बस फुके जा रहे हैं सरकारी संपत्तियों का नुकसान किया जा रहा है जिग्नेश मेवानी हाथ में जलती हुई मशाल लेकर सरकारी ऑफिसों और बसों में आग लगा रहा है कन्हैया कुमार, शहला रशीद, जावेद अख्तर जैसे लोग सड़कों पर उतर कर दंगा मचा रहे हैं । स्थिति इतनी बेकाबू हो जाती है पूरे देश में सेना बुलानी पड़ती है ! फायरिंग में करीब 10 हजार लोग मारे जाते हैं और करीब 10 लाख से ज्यादा लोग घायल हो जाते हैं !
सीन नम्बर -2
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड दिल्ली से ऐलान करता है कि ”मुसलमानों को भारत की संविधान पर यकीन नहीं है क्योंकि इस्लाम में क्योंकि कुरान में लिखा है कि हर मुस्लिम को शरीयत का पाबंद होना चाहिए इसलिए मुसलमान अब भारतीय न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं करते हुए अपने मसाइल शरिया अदालतों में ले जाएंगे और इसके लिए देश के हर जिले में शरिया अदालतें खोली जाएंगी” !
एकदम सन्नाटा पूरे देश में कही कोई आवाज नही .एनडीटीवी पर कोई बहस नही.राहुल गांधी अरविंद केजरीवाल, राजदीप सरदेसाई, सागरिका घोष, अलका लांबा, रिफत जावेद, जावेद अख्तर जैसे हजारों बुद्धिजीवियों ने इस पर एक भी ट्वीट तक नहीं किया ! क्यों नहीं किया इस पर विचार करें !
वैसे हर बात पर डॉ अम्बेडकर और उनके संविधान का नाम लेने वाले अम्बेडकरवादी इस मुद्दे पर बड़ी चुप्पी साधे बैठे हैं। जबकि डॉ आंबेडकर के बनाये संविधान को मुसलमान ठेंगा दिखाने की बात सरेआम कर रहे हैं। बोलो जय मीम!
— डॉ विवेक आर्य