“पिरामिड”
ये
ड्रामा
देख लो
रोती आँख
हँसता दिल
खेल रहे मिल
सजी है महफ़िल॥-1
क्या
हुआ
पुराना
अभिनय
प्रेम विनय
यादों को जगाता
कला मंच लुभाता॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
ये
ड्रामा
देख लो
रोती आँख
हँसता दिल
खेल रहे मिल
सजी है महफ़िल॥-1
क्या
हुआ
पुराना
अभिनय
प्रेम विनय
यादों को जगाता
कला मंच लुभाता॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी